आसां नहीं एक शिक्षक बन जाना ? – पम्पु
शिक्षक दिवस पर विशेष आसां नहीं एक शिक्षक बन जाना ? – पम्पु पेशा नहीं, ये सामाजिक दायित्व है। कुछ…
Kavita Gazal
शिक्षक दिवस पर विशेष आसां नहीं एक शिक्षक बन जाना ? – पम्पु पेशा नहीं, ये सामाजिक दायित्व है। कुछ…
तुम्हे एक बात बताऊंमैं तुम्हे याद करता हूं…जमाना कहता है ये बेशर्म अब भी जिंदा हैजबकि मैं तो तुझपर रोज…
उन्हें मालूम था हम जाएंगे न यूंरहकर मंजिल से अंजानापूछेंगे भले न फलसफा मगरपूछेंगे हम कि कहां है जानाउन्हें मालूम…
स्वतंत्रता संग्राम के सभी शूरवीर को नमन रग – रग में है बसी वीरता,धड़कती धरती भारत की।बालिदानी को नमन करें…
पेड़ – पम्पु वो हैं विशाल, करते कमालमाँ कहती तरु – वृक्ष है,दादी बोली पादप – द्रुम है। मध्यम गाछ,…
आओ प्रकृति की ओर चलें आओ प्रकृति की ओर चलें जहाँहरे भरे पहाड़ और घास के मैदान होनदियां ख़ुशी से…
कवि ना अबतक कोई हुआ जो श्रृंगार करे इस प्रकृति का तो फिर संजोकर क्यूँ ना रखें उपहार कीमती प्रकृति…
बहुत कहा कि ,अब होने दे कोई जाम आखिरी।साकी ने कसम दे दे के पिला दी -बस ये आखिरी बस…